Breaking News

प्रयागराज में रावण के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर, श्रीराम के जयकारों के बीच आज होगा रावण दहन

  • हौली वाली गली में 200 सालों से बनाए जा रहे हैं पुतले

  • रावण के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुटे कारीगर

  • प्रयागराज सहित अन्य जिलों में भी है पुतलों की मांग

प्रयागराज: पूरे देश मे आज विजयदशमी का पर्व की धूम मची है। दशहरा पर्व पर बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रावण का आज दहन होगा। रावण दहन से पहले प्रयागराज के कीडगंज इलाके के हौली वाली गली में रावण के पुतले को तैयार किया जा रहा है। इस गली के ज्यादातर हर घर मे रावण के पुतल कई हफ्तो पहले से ही बनने शुरू हो जाते है। यहां के पुतलों की खास बात ये है कि इस शहर के लोगों के साथ-साथ कई और अन्य जिलों में भी ये पुतले रावण दहन के लिए जाते है। बीते 2 साल मे कोरोना वायरस के चलते त्योहारों में रौनक नहीं थी, लेकिन अबकी बार करोना से राहत मिली है। जिससे लोग रावण के पुतले का ऑर्डर देने आ रहे है। हालाकि बढ़ती महंगाई कारीगरों के लिए चिंता थी, लेकिन कारीगरों का कहना है कि 2 साल के बाद अब की बार अधिक संख्या में रावण के पुतले बनने का ऑर्डर मिला है।

यह भी पढ़ें: PM Modi Visit Himachal: आज हिमाचल के दौरे पर रहेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, बिलासपुर में नवनिर्मित एम्स का करेंगे उद्घाटन

बता दे कि बीते 2 दिनों से हो रही बारिश और बढ़ती महंगाई ने थोड़ा नुकसान जरूर किया है। कारीगर के अनुसार हौली वाली गली में रावण के पुतले पिछले 200 सालों से बन रहे है। एक महीने पहले से ही कई जिलों से आर्डर मिलना शुरू हो जाता है। कौशाम्बी, प्रतापगढ़, अमेठी, मिर्जापुर तक के लोग यहां से रावण के पुतले को ले जाते है। हर घर मे इतने रावण के पुतले बनाये जाते है। जिससे इन सबका पूरे साल का खर्चा चल जाता है। इस बार 50 फीट के रावण के पुतले का कई ऑर्डर मिला है। कोरोना काल के दौरान 20 फुट से अधिक लंबे पुतले का आर्डर नहीं मिलता था। लेकिन अब की बार लोग बढ़ती महंगाई के बावजूद भी रावण दहन की तैयारियों में जुटे हुए हैं।

हालांकि कारीगर अब रावण के पुतले को अंतिम रूप देने में लगे हुए है। प्रयागराज मे रावण दहन शाम 7 बजे से शुरू हो जाएगा। रावण के पुतले का आर्डर लेने आए लोगों की बात माने तो अब की बार उनको बेसब्री से दशहरे का इंतजार था, क्योंकि बीते 2 सालों से हर त्यौहार कोरोना संक्रमण के चलते प्रभावित हुआ था और रौनक बिल्कुल भी नहीं देखी गई थी। हालांकि अब की बार महंगाई के चलते रावण के पुतले महंगे हैं, लेकिन त्योहार को मनाना है। इसलिए रावण के पुतले खरीद रहे है। बता दें कि जो पुतले पिछली बार 4 हजार के थे वह अबकी बार 6 से 7 हजार में बिक रहे हैं। जबकि जो पुतले 6 हजार के थे वह 8 से 9 हजार में बिक रहे हैं।

प्रयागराज से अखबारवाला.कॉम के लिए सैय्यद आकिब रजा कि रिपोर्ट।

यह भी पढ़ें: Aaj ka Punchang 5 Oct 2022: विजयादशमी आज, दिन भर रहेंगे 3 शुभ योग

About Ravi Prakash

Check Also

मंत्री के सख्त रुख से एक्शन में नपा प्रशासन, ब्लैक लिस्टेड करने के नोटिस

मंत्री के सख्त रुख से एक्शन में नपा प्रशासन  कार्यदायी संस्था सीएस कंस्ट्रक्शन को ब्लैक …