हिंसा मामले में प्रयागराज भी आ गया
प्रदेश के कई हिस्सों में हुआ पथराव
एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष शाह आलम की बड़ी भूमिका बताई जा रही है
prayagraj violence: जुमे की नमाज के बाद देश के कई इलाकों में हुई हिंसा के साथ ही उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला भी इसकी चपेट में आ गया। प्रदेश के कई हिस्सों में हुई एक साथ हुए पथराव में एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष शाह आलम की बड़ी भूमिका बताई जा रही है। शाह आलम माफिया अतीक का दाहिना हाथ बताया जा रहा है।
पुलिस की जानकारी में आया है कि पिछले कई महीनों से शाह आलम सोशल मीडिया के जरिए मुस्लिम युवाओं को उकसाने का काम कर रहा था। शाह आलम माफिया अतीक का बेहद करीबी है। पुलिस की जानकारी में यह भी आया है किषाह आलम के कई सहयोगी समाजवादी पार्टी से जुडे़ हुए हैं। हांलाकि अभी बहुत कुछ साफ नहीं हो पाया है पर धीरे धीरे इस पूरी हिंसा की परते खुलने लगी है।
उल्लेखनीय है कि अतीक अहमद इन दिनों गुजरात के साबरमती जेल में बंद है जबकि उसका छोटा भाई अशरफ बरेली जेल में बंद है। हांलाकि इन दोनो भाईयों के जेल से अपने गैंग के संचालन की खबरें आती रहती हैं।
अभी कुछ दिनों पहले ही अतीक के बेटे अली अहमद पर भी पांच करोड़ रूपए की वसूली के आरोप लग चुके हैं। वह पचास हजार का ईनामी है। वहीं एक सप्ताह पहले ही अतीक अहमद गैंग पर वक्फ की जमीन हथियाने को लेकर बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। जबकि उसके गैंग के अन्य सदस्यों पर भी हाल ही में बड़ी कार्रवाई हो चुकी है।
उधर प्रदेष में हुई हिंसा के मामले में अब तक 136 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें प्रयागराज में 37 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। अटाला मस्जिद के बाहर हिंसा में अतीक गिरोह के अन्य सदस्यों के भी शामिल होने की आशंका बताई जा रही है।
प्रयागराज एडीजी का आरोप है कि इस सुनियोजित हिंसा और बवाल के पीछे सोशल एक्टिविस्ट सारा अहमद, एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष शाह आलम, वामपंथी नेता डा. आशीष मित्तल, अटाला के बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अली अहमद समेत कई लोगों को चिह्नित किया गया है, जिन्होंने हिंसा को भड़काने का काम किया है।