शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन आज
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की जाती है पूजा-अर्चना
Shardiya Navratri 2nd Day 2022: शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन 27 सितंबर 2022, मंगलवार को है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के द्वितीय स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। ज्योतिष अनुसार मां ब्रह्मचारिणी की आराधना से व्यक्ति में तप, शक्ति, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य में वृद्धि होती है। साथ ही, शत्रुओं को पराजित करने में सफल होते हैं। आइए जानें इस दिन मां ब्रह्मचारिणी का शुभ रंग और कथा के बारे में…..
मां ब्रह्मचारिणी की प्रिय वस्तु
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प प्रिय हैं। ऐसे में नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा को गुड़हल, कमल, श्वेत और सुगंधित पुष्प अर्पित करें।
मां ब्रह्मचारिणी का भोग
मां दुर्गा को नवरात्रि के दूसरे दिन चीनी का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से दीर्घायु का आशीष मिलता है। मां ब्रह्मचारिणी को दूध और दूध से बने व्यंजन जरूर अर्पित करें। आज सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य, पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल
इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा
- ब्रह्म मुहूर्त- 04:36 ए एम से 05:24 ए एम।
- अभिजित मुहूर्त- 11:48 ए एम से 12:36 पी एम।
- विजय मुहूर्त- 02:12 पी एम से 03:00 पी एम।
- गोधूलि मुहूर्त- 06:00 पी एम से 06:24 पी एम।
- अमृत काल- 11:51 पी एम से 01:27 ए एम, 28 सितम्बर।
- निशिता मुहूर्त- 11:48 पी एम से 12:36 ए एम, 28 सितम्बर।
- द्विपुष्कर योग- 06:16 ए एम से 02:28 ए एम, 28 सितम्बर।
मंत्र
श्लोक
दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु| देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ||
ध्यान मंत्र
वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।
जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
पूजा- विधि
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करने के बाद मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।
- अब मां दुर्गा को अर्घ्य दें।
- मां को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें, प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
- धूप और दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और फिर मां की आरती करें।
- मां को भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।