- एक मरीज पर भी लॉकडाउन खुलने की स्थिति नहीं
- लॉकडाउन खुलने में देरी का कारण तबलीगी जमात के बढ़ते केस
- प्रदेश में अबतक 305 केस, 159 तबलीगी जमात के लोग
- 10 मेडिकल कॉलेजों के टेस्टिंग लैब को अपग्रेड करने का योगी ने दिया निर्देश
- 14 नए मेडिकल कॉलेजों में टेस्टिंग लैब बनाने का आदेश हुआ जारी
- कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से बचाव व रोकथाम की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई थी। जिसमें वर्तमान स्थितियों को देखते हुए लॉकडाउन खोले जाने पर संशय व्यक्त किया गया। यह भी विचार किया गया कि कोरोना केसों में इजाफा होने से प्रदेश में संवेदनशीलता बढ गई है, ऐसे में लॉकडाउन का खोला जाना जल्दबाजी होगी। सोमवार तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटीव केसों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभावना व्यक्त की है कि लॉकडाउन खुलने में अभी प्रदेशवासियों को इंतजार करना पड़ सकता है। तबलीगी जमात के कारण कोरोना केसों की प्रदेश में संवेदनशीलता की स्थिति बनी है। जिसके कारण मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि लॉकडाउन में प्रदेश सरकार का सहयोग करें।
1600 तबलीगी जमात के लोग चिंहित
अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन खोले जाने को लेकर गंभीर हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए अबतक तबलीगी जमात के 1600 लोगों की पहचान कर ली गई है। जिसमें से 1200 लोगों को क्वारंटीन करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि योगी के साथ धर्म गुरूओं ने भी बातचीत करते हुए लॉकडाउन को पूर्ण रूप से नहीं खोले जाने का सुझाव दिया। धर्मगुरूओं ने योगी सरकार को पूरा सहयोग देेने का वादा किया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि प्रदेश में अबतक कोरोना पॉजिटीव केसों की संख्या बढ़कर 305 हो गई है। 5 से 6 अप्रैल के बीच में 27 नए केस सामने आए हैं, जिसमें से 21 केस तो तबलीगी जमात के ही हैं। इन नए केसों की पहचान लखनऊ से 5, कानपुर से 1, शामली से 5, बिजनौर से 1, सीतापुर से 8 और प्रयागराज से 1 पहचान हुई है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि प्रदेश में अबतक तबलीगी जमात के कुल 159 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटीव आई है। जिन्हें क्वारंटीन करा दिया गया है। इन 159 लोग में आगरा से 29, लखनऊ से 12, गाजियाबाद से 14, सहारनपुर से 13, मेरठ में 13, शामली में 13, सीतापुर में 8, कानपुर नगर में 7, महाराजगंज में 6 गाजीपुर में 5, फिरोजाबाद में 4, हाथरस में 4, वाराणसी में 4, हापुड़ में 3, प्रतापगढ़ में 3, लखीमपुर खीरी में 3, आजमगढ़ में 3 जौनपुर में 2, बागपत में 2, रायबरेली में 2, बांदा में 2, मिर्जापुर में 2, बाराबंकी में 1, हरदोई में 1, शाहजहांपुर में 1, प्रयागराज में 1 और औरैया में 1 केस शामिल है।
10 मेडिकल कॉलेज होंगे अपग्रेड
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के 10 मेडिकल कॉलेजों में बने लैब को बीएसएल 3 लेवल पर अपग्रेड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मेरठ, झांसी, गोरखपुर, सैफई, कानपुर और प्रयागराज के 2 व लखनऊ के 3 मेडिकल कॉलेजों की लैब को उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड से अपग्रेड करने का काम शुरू कर दिया गया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर ही 14 अन्य मेडिकल कॉलेजों में जहां टेस्टिंग लैब नहीं है वहां भी अतिशीघ्र मॉलिकुलर लैब स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही हैं। इसके लिए अंबेडकर नगर, कनौज, जालौन, आजमगढ़, सहारपुर, बांदा, बदायूं, गौतमबुद्व नगर, अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर और ग्रेटर नोएडा के मेडिकल कॉलेज को शामिल किया गया है।