रामदेव के बयान पर भड़के हसन
नमाज में किया वादा तोड़ना गुनाह
मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने बाबा रामदेव के बयान पर किया पलटवार
(नेशनल डेस्क) उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन ने कहा कि जिस तरीके से बाबा रामदेव ने मुसलमानों को लेकर नमाज पर सवाल उठाए हैं वह पूरी तरीके से गलत है. जब उन्हें इस्लाम के बारे में जानकारी नहीं है तो इस तरीके की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. इस बीच देवबंद के मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने बाबा रामदेव के बयान पर पटलवार किया है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव एक धर्म गुरु है उन्हें किसी भी धर्म के बारे में कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है. जहां बाबा रामदेव को अपने शब्द वापस लेने चाहिए और मुसलमानों से माफी मांगनी चाहिए. मौलाना कासमी ने मुसलमानों से पतंजलि के प्रोडक्ट का बहिष्कार करने कि अपील की है. जिसका समर्थन सपा सांसद ने भी किया है.
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वारसी ने बाबा रामदेव के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने कुछ गलत नहीं कहा है. जब मुसलमान नमाज पढ़ते हैं तो उसमें वादा करते हैं कोई भी गुनाह नहीं करेंगे. लेकिन, कुछ लोग वादा तोड़ कर गुनाह कर रहे हैं .ऐसे लोगों के खिलाफ सूफी इस्लामिक बोर्ड है, जिसके द्वारा देश में हो रही आतंकवादी घटनाओं का विरोध किया है और पीएफआई जैसे संगठन को बैन करने का काम किया गया है.
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता कशिश वारसी ने कहा कि जो बाबा रामदेव ने बयान दिया है कि इस्लाम के अंदर चंद लोग इस्लाम का चेहरा बदनाम करने का काम कर रहे हैं. आतंकवादी घटनाएं भी कर रहे हैं. उसके बाद नमाज भी पढ़ रहे हैं. वह नमाज पढ़ने के बाद खुद बुरे कामों में लग जाते हैं. इस बयान का कशिश वारसी ने समर्थन करते हुए कहा कि मैं कहता हूं कि ऐसे लोग जो इस्लाम को बदनाम करने का काम कर रहे हैं नमाज में वादा करके आ रहे हैं.सूफी इस्लामिक बोर्ड ऐसे मुसलमानों का खंडन करता है. जोकि इस्लाम के नाम पर यह कह रहे हैं गलत का मतलब आतंकवादी घटनाएं करो, जहां आतंकवादी घटनाएं करके जन्नत में हुरे मिलेंगी. जिहाद को बदनाम करने का काम कर रहे है. हम ऐसे लोग खिलाफ जंग कर रहे हैं. हमारी लड़ाई लगातार ऐसे लोगों के खिलाफ जारी है.
सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने भी बाबा राम देव के प्रोडक्ट्स का बायकॉट करने की बात दोहराई है. बता दें कि, हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव ने मुसलमान और इस्लाम पर दिये गए विवादित बयान के बाद अब उनका विरोध शुरू हो गया है. जहां उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि ‘इस्लाम धर्म का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है. मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो, लेकिन दिन में 5 बार नमाज पढ़ो. फिर सब जायज होता है.
मुस्लिमों से बाबा रामदेव के प्रोडक्ट्स का बायकॉट करने की अपील की है. इस पर सपा सांसद का कहना है कि बाबा रामदेव को इस्लाम के बारे में कुछ नहीं पता है. उनका बयान मुसलमानों और इस्लाम की तौहीन की है. उन्होंने कहा कि नमाज में इबादत की जाती है. इसमें नमाज भी है जकात भी है और हज भी है. साथ ही कहा कि इस्लाम इंसानियत सिखाता है. बाबा रामदेव को पता नहीं है.बाबा रामदेव तो दवाइयां बनाते है वो बेहतर गाय गोबर और पेशाब ही बेचते रहे तो ज्यादा अच्छा है उनको क्या मालूम इस्लाम का. जहां तक देवबंद से उनके प्रोडक्ट्स के बायकॉट की बात है तो मुसलमान तो वैसे ही नहीं खरीदते हैं. क्योंकि उनमें गाय का पेशाब मिला होता है. अगर देवबंद से बॉयकॉट करने की मांग की गई है तो बॉयकॉट होना भी चाहिए.