लोकसभा से निलंबित हुए सांसदों का निलंबन खत्म
सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा शुरू
प्लेकॉर्ड दिखाने के आरोप में हुआ था निलंबन
नेशनल डेस्क: लोकसभा से निलंबित हुए सांसदों का निलंबन खत्म हो गया है। इसी के साथ सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा भी शुरू हो गई। दरअसल, लोकसभा में हंगामे के आरोप में कांग्रेस के चार सांसदों ज्योतिमणि, राम्या हरिदास, मणिकम टैगोर, टीएन प्रतापन को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया था। लोकसभा में विपक्ष के साथ सहमति के बाद सस्पेंशन खत्म करने के लिए प्रस्ताव लाया गया था। इसी के साथ लोकसभा से निलंबित सांसदों का सस्पेंशन खत्म हो गया।
प्लेकॉर्ड दिखाने के आरोप में हुआ था निलंबन
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों में हंगामा जारी है। वहींं, सदन में तख्तियां दिखाकर प्रदर्शन करने और आसन की अवमानना करने के मामले में 25 जुलाई को इन सांसदों को निलंबित किया था। वहीं राज्यसभा से भी विपक्ष के 23 सांसद निलंबित चल रहे हैं। उधर, विपक्ष लगातार महंगाई, बेरोजगारी, जीएसटी जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहा है। इसको लेकर मानसून सत्र में हंगामा भी जारी है।
लोकसभा स्पीकर ने सभी दलों के नेताओं की बुलाई थी बैठक
वहीं, आज सुबह लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी। वहीं, इन सदस्यों का निलंबन वापस लिए जाने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की सहमति से वह यह व्यवस्था दे रहे हैं कि अब कोई भी सदस्य आसन के पास और आसन के सामने तख्तियां लेकर नहीं आएगा।
सांसदों का निलंबन वापस लेने की प्रक्रिया
सांसदों के निलंबन को रद्द करने का अधिकार राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष के पास ही होता है। इसके अलावा निलंबन के खिलाफ प्रस्ताव भी सदन में लाया जा सकता है। अगर प्रस्ताव सदन में पास हो जाता है तो सांसदों का निलंबन रद्द हो सकता है।