ग्रेनोवासियों के घरों तक पहुंचा गंगाजल
देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर ग्रेटर नोएडा में
फाउंटेन सिटी बनेगा ग्रेनो
(उत्तरप्रदेश डेस्क) ग्रेटर नोएडा के लिए उपलब्धियों भरा रहा साल 2022, अनेक योजनाएं पूर्ण, करोड़ों का हुआ निवेश.कोरोना काल के बाद विकास की दौड़ में ग्रेटर नोएडा ने साल 2022 में लंबी छलांग लगाई है. इसमें सबसे अहम घर-घर गंगाजल की आपूर्ति रही है. साल 2022 में ही यहां देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर शुरू हुआ. इसके अलावा कई ऐसी परिजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, जो निकट भविष्य में ग्रेटर नोएडा की एक नई तस्वीर पेश करती है.
ग्रेटर नोएडा में 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना पर लंबे समय से काम चल रहा था। इसी साल एक नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इसका शुभारंभ हुआ और पहली बार गंगाजल ग्रेटर नोएडा के निवासियों के घरों तक पहुंचा। इस परियोजना पर करीब 800 करोड़ रुपये खर्च हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल पहली बार ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी के पास करीब 145 हेक्टेयर में प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और 334 हेक्टेयर में प्रस्तावित मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब का एलान किया था. ट्रांसपोर्ट हब में रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टिविटी भी विकसित करने की योजना है. दावा किया जा रहा है कि लॉजिस्टिक हब परियोजना से नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में उद्योगिक उत्पादों की ढुलाई बहुत आसान हो जाएगी. मुंबई, गुजरात आदि जगहों पर जाने में चार से पांच दिन लगता है, लेकिन इस परियोजना के शुरू होने के बाद माल डेढ़ दिन में पहुंच सकेगा.
साल 2022 में ग्रेटर नोएडा में 86 नए उद्योगों को कुल 2.31 लाख वर्ग मीटर जमीन आवंटित की गई। इनसे 2000 करोड़ रुपये का निवेश और 3500 युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसी वर्ष 175 यूनिट फंक्शनल हुई हैं। इनसे 8000 युवाओं को रोजगार और 5000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इस तरह कुल 261 इकाइयों से 11500 युवाओं को रोजगार और 7000 करोड़ का निवेश हुआ है। औद्योगिक विभाग की तरफ से कुल 18 एमओयू किए गए हैं, जिनसे 15678 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है। वर्तमान समय में 45 औद्योगिक भूखंडों की योजना निकली हुई है। इसके जरिए 2.42 लाख वर्ग मीटर जमीन आवंटित की जाएगी। इनसे करीब 750 करोड़ का निवेश और 2000 युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
ग्रेटर नोएडा को फाउंटेन सिटी बनाने की योजना पर इस साल काम शुरू हो गया है. उम्मीद है कि साल 2023 यानी नए साल में ग्रेटर नोएडा की पहचान सिटी ऑफ फाउंटेन के रूप में होगी. प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ग्रेटर नोएडा के सभी बड़े चौराहों पर फाउंटेन लगवाने की पहल की है. चौराहों पर वर्तमान में लगे सभी फाउंटेन को और बेहतर बनाया जाएगा. इस समय परी चौक, किसान चौक जैसे कुछ बड़े चौराहों पर ही फाउंटेन लगे हैं. लेकिन जल्द ही अन्य चौराहों पर भी फाउंटेन लग जाएंगे.