- सोशल मीडिया यूज़र्स ने धोनी को किया ट्रोल
- चाइनीज ब्रैंड को कर रहे थे प्रमोट
- चाइनीज कंपनी ने टीज़र किया लांच
नेशनल डेस्क : IPL 2020 शुरू होने के बाद से एमएस धोनी की वापसी को लेकर उनका नाम हर तरफ गूंज रहा है। जहाँ एक तरफ आईपीएल का डेब्यू मैच जीतने पर लोग कैप्टन कूल की तारीफ कर रहें हैं, वहीं दूसरी तरफ माही को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है।
दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी चाइनीज ब्रैंड ओप्पो को प्रमोट कर रहें थे। धोनी ओप्पो के नए विज्ञापन में दिख रहे हैं। इसका टीजर सामने आते ही लोगों का गुस्सा धोनी पर फूट पड़ा । ये बात धोनी के चाहनेवालों को नागवार हुई। जिसको लेकर उन्होंने अपने चहेते माही को खरी-खरी सुनाना शुरू कर दिया।
इस बात की जानकारी लोगों को तब हुई, जब ओप्पो इंडिया ने अपने टि्वटर हैंडल पर धोनी का एक टीजर जारी किया है, जिसमें कंपनी ने कहा है कि 24 सितंबर को धोनी के संघर्ष की यात्रा के बारे में बताएगी।
इस वीडियो को पोस्ट करते हुए इस मोबाइल कंपनी ने लिखा, ‘वह व्यक्ति जिसे हम क्रिकेट मैदान पर मिस कर रहे हैं। असाधारण कप्तान एमएस धोनी हमें सभी बाधाओं को पार कर अपने पैरों पर खड़े होने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। 24 सितंबर को इस भावुक यात्रा को देखने के लिए तैयार रहिए।’
धोनी को लेकर आग बबूला हुए फेंस…
धोनी को चीनी कंपनी का प्रमोशन करते देख उनके चाहने वालों ने उन्हें देशभक्ति से जोड़कर ट्रोल करना शुरू कर दिया।
एक यूजर ने लिखा, ‘नो मिस्टर कूल, प्लीज चाइनीज ब्रैंड्स को प्रमोट मत कीजिए। हम इस देश (चीन) के प्रति और उनके ब्रैंड्स के प्रति अपना शांत स्वभाव खो चुके हैं।’
एक अन्य यूजर ने कंपनी को टैग करते हुए लिखा, ‘तुम कभी भारतीय नहीं हो सकते क्योंकि तुम चाइनीज हो। चीन में जन्मे हो, चीन में बड़े हुए हो। चीन में ही निर्मित हुए हो और भारत में असेंबल हो। इसलिए वापस चीन लौट जाइए, क्योंकि यह भारत है चीन नहीं।’
एक और अन्य यूजर ने लिखा, ‘कितनी शर्म की बात है लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी। क्या आप ऐसे ऐड में अपनी मिलिट्री यूनिफॉर्म भी पहनेंगे।’
एक और यूजर ने लिखा, ‘चीनी ब्रैंड्स को प्रमोट करने के लिए धोनी को शर्मा आनी चाहिए!! उनके लिए जितना सम्मान था सब खत्म। इससे खराब क्या होगा कि वह खुद को एक फौजी दिखाते हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर शोक में उन्होंने एक शब्द नहीं कहा, जिन्होंने धोनी की भूमिका निभाई थी। पैसे सब कुछ हैं इनके लिए….. इज्जत, धर्म, देश सब जाए भाड़ में!’