- आज है सनातन धर्म के ये प्रमु ख व्रत व त्यौहार
- रोहिणी नक्षत्र के साथ बन रहा है वज्र योग
- जानें क्या है आज का राहुकाल व अभिजीत समय
धर्म डेस्क: आज 10 सितंबर,गुरुवार तिथि अष्टमी, योग वज्र तथा रोहिणी नक्षत्र बन रहा है। रोहिणी नक्षत्र का सनातन धर्म अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि अपनी लीलाओं से सबके दिलों के प्यारे लड्डू गोपाल कृष्ण कन्हैया का जन्म इसी नक्षत्र के दौरान हुआ था। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस नक्षत्र के स्वामी वृष राशि का मस्तक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस स नक्षत्र में जन्में जातक देखने में सुंदर तथा आकर्षक आंखों वाले होते हैं। व्यवहार से सत्यवक्ता, पवित्रात्मा, प्रिय वचन बोलने वाला, स्थिर बुद्धि, धनवान, कृतज्ञ, मेधावी, राजमान्य, संवेदनशील, सौम्य स्वभाव, ज्ञानयुक्त, शीलयुक्त, धर्म-कर्म में कुशल, सम्मोहक तथा सदा ही प्रगतिशील कहलाते हैं। इसके अलावा सनातन धर्म के के कई मुख्य त्यौहार मनाए जाएंगे।
आज के मुख्य व्रत व त्यौहार-
कालाष्टमी, अष्टमी श्राद्ध, जीवित्पुत्रिका व्रत, महालक्ष्मी व्रत पूर्ण, अष्टमी रोहिणी, रोहिणी व्रत
बता दें इस सभी पर्वों का अपना अपना अलग महत्व है। कालाष्टमी के दिन एक भगवान शंकर के अंशावतार काल भैरव की पूजा का विधान होता है। जीवित्पुत्रिका व्रत के उपलक्ष्य में पुत्र प्राप्ति के लिए शिव-पार्वती का पूजन किया जाता है। तो वहीं अष्टमी तिथि पर आज अष्टमी श्राद्ध भी संपन्न किया जाएगा। साथ ही साथ भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ हुआ महालक्ष्मी व्रत का भी आज आश्विन मास की अष्टमी को समापन हो जाएगा।
यहां जानें आज का पंचांग–
सूर्योदय-06:03 ए एम
सूर्यास्त-06:31 पी एम
चन्द्रोदय-11:34 पी एम
चन्द्रास्त-12:57 पी एम
शक सम्वत-1942 शर्वरी
विक्रम सम्वत-2077 प्रमाथी
गुजराती सम्वत-2076 विरोधकृत्
अमान्त महीना-भाद्रपद
पूर्णिमान्त महीना-आश्विन
वार-गुरुवार
पक्ष-कृष्ण पक्ष
तिथि-अष्टमी – 03:34 ए एम, सितम्बर 11 तक
नक्षत्र-रोहिणी – 01:39 पी एम तक
योग-वज्र – 06:37 पी एम तक
करण-बालव – 02:55 पी एम तक
द्वितीय करण-कौलव – 03:34 ए एम, सितम्बर 11 तक
सूर्य राशि-सिंह
चन्द्र राशि-वृषभ – 02:38 ए एम, सितम्बर 11 तक
राहुकाल-01:51 पी एम से 03:24 पी एम
गुलिक काल-09:10 ए एम से 10:44 ए एम
यमगण्ड-06:03 ए एम से 07:37 ए एम
अभिजित मुहूर्त-11:52 ए एम से 12:42 पी एम
दुर्मुहूर्त-10:13 ए एम से 11:02 ए एम
दुर्मुहूर्त-03:12 पी एम से 04:02 पी एम
अमृत काल-10:08 ए एम से 11:54 ए एम
अमृत काल-05:58 ए एम, सितम्बर 11 से 07:42 ए एम, सितम्बर 11
वर्ज्य-07:40 पी एम से 09:23 पी एम