माकपा-कांग्रेस गठबंधन ने बढ़ाईं भाजपा की मुश्किलें
अमित शाह ने संभाली चुनावी रणनीति की कमान
पूर्व सीएम बिप्लब नहीं लड़ेंगे चुनाव
Tripura Election 2023: त्रिपुरा के पिछले विधानसभा चुनाव में माकपा का गढ़ ध्वस्त करने वाली भाजपा के लिए इस बार माकपा और कांग्रेस ने मुश्किलें पैदा कर दी हैं। त्रिपुरा चुनाव में इस बार माकपा और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है और यही कारण है कि भाजपा इस बार कड़े मुकाबले में फंस गई है। माकपा कांग्रेस गठबंधन को जवाब देने के लिए त्रिपुरा में भाजपा की चुनावी रणनीति की कमान गृह मंत्री अमित शाह ने संभाल ली है।
भाजपा ने शनिवार को 54 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। पार्टी की ओर से 11 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा गया है। हर कीमत पर चुनावी जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को भी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। इस बार के चुनाव में पार्टी ने बड़ा कदम उठाते हुए दो मुस्लिम उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है।
पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देव नहीं लड़ेंगे चुनाव
त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने पांच सीटें अपने सहयोगी दल आईपीएफटी के लिए छोड़ी हैं, जबकि 55 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार किस्मत आजमाएंगे। मुख्यमंत्री माणिक साहा दोनों दलों के बीच गठबंधन का पहले ही ऐलान कर चुके हैं। भाजपा की ओर से शनिवार को 54 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री माणिक साहा को टाउन बोरदोवाली वाली सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और अब केंद्रीय राजनीति में सक्रिय बिप्लब कुमार देव इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। बिप्लब की सीट बनमालीपुर से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्जी को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
भाजपा ने दो मुस्लिमों को दिया टिकट
भाजपा की ओर से घोषित की गई सूची में एक दिलचस्प बात यह है कि दो मुस्लिम उम्मीदवारों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। अभी एक दिन पूर्व माकपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले मोहम्मद मोबेशर अली अली का नाम भी भाजपा उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। अली ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पार्टी की ओर से पूर्वोत्तर का जमकर विकास किया जा रहा है। इसी कारण मैं भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहा हूं। अली के अलावा बॉक्सनगर से तजफ्फल हुसैन को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
पार्टी के उम्मीदवारों की सूची में 11 महिलाओं के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी की सूची से साफ हो गया है कि पार्टी का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव जीतने पर है। इसीलिए पार्टी नेतृत्व की ओर से इस बार 6 विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। इन विधायकों के संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को अच्छी रिपोर्ट नहीं मिली थी।
बढ़ीं भाजपा की मुश्किलें
त्रिपुरा के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता हासिल करने में तो जरूर कामयाब हुई थी मगर भाजपा और माकपा के बीच वोट शेयर में सिर्फ सवा फीसदी का अंतर था। भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए इस बार माकपा और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया है और इस गठबंधन ने भाजपा की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
इसी कारण पार्टी की चुनावी रणनीति बनाने की कमान गृह मंत्री अमित शाह ने संभाल ली है। भाजपा की पूरी कोशिश माकपा और कांग्रेस को राज्य की सत्ता से दूर रखने की है और इसके लिए पार्टी की ओर से पूरी ताकत लगाई जा रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी के बड़े नेता भी जल्द ही पूर्वोत्तर के चुनाव में सक्रिय भूमिका अदा करेंगे। पार्टी नेतृत्व की ओर से राज्य के चुनावों के संबंध में पल-पल की जानकारी ली जा रही है ताकि सारी कमियों को दूर किया जा सके।