यूपी डेस्क: आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने बताया कि उनकी पार्टी और समाजवादी पार्टी में गठबंधन नहीं हो सका है। चंद्रशेखर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कई मुद्दों पर बात हुई, लेकिन बात नहीं बनी। अगर सरकार बनती भी तो हमारे प्रतिनिधि वहां नहीं होंगे। आजाद ने कहा कि अखिलेश जी सामाजिक न्याय को नहीं समझते। उन्होंने कहा कि हमें भाजपा को रोकना है। लेकिन अखिलेश जी को दलितों की जरूरत नहीं है, अखिलेश यादव ने हमें अपमानित किया।
एक महीना दस दिन लगातार अखिलेश से की बात
चंद्रशेखर ने बताया कि अखिलेश यादव ने कल कहा था कि शाम तक जवाब देता हूं, अभी तक नहीं फोन आया। हमने 1 महीने 10 दिन अखिलेश जी से बात की थी, उन्होंने तय कर लिया है कि दलितों की लीडरशिप खड़ी नहीं होने देनी। हमने तय कर लिया है कि हम समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में नहीं जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि मैं 25% दलितों के हितों की रक्षा के लिए हूं। दलित समाज अपनी लडाई खुद लड़ेगा, अपने दम पड़ लड़ेंगे। हमने कोशिश की थी कि बिखरे विपक्ष को एकजुट करें। बहन जी से भी प्रयास किया था लेकिन बात नहीं बनीं।
अखिलेश पर लगाया अपमानित करने का आरोप
After all the discussions, in the end, I felt that Akhilesh Yadav does not want Dalits in this alliance, he just wants Dalit vote bank. He humiliated the people of Bahujan Samaj, I tried for 1 month 3 days but the alliance could not happen: Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad pic.twitter.com/Yx3YgMT9wY
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2022
चंद्रशेखर ने कहा कि अभी अखिलेश जी वोट लेकर सत्ता में आ जाते हैं तो आगे की स्थिति पर अभी चर्चा होनी जरूरी थी। बुद्धिजीवियों ने हमें चेताया कि सत्ता में आने के बाद कहीं दलितों के घर जलाए जाएं। उनका शोषण शुरू हो जाए। महिलाओं को पीटा जाए। अखिलेश ने 40 दिनों बाद हमें अपमानित किया। बहुजन समाज के लोगों का अपमान किया। उन्हें दलितों की जरूरत नहीं है। अखिलेश जी सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझ पाए हैं। हमसे बातचीत की। इसमें उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। वे दलितों की लीडरशिप खड़ी नहीं होने देना चाहते हैं। उन्होंने हमें कोई जानकारी नहीं दी। हमने उन पर जिम्मेदारी छोड़ी थी कि वे हमें जानकारी दें। लेकिन, उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
छह माह से चल रही थी गठबंधन की बात
चंद्रशेखर ने कहा कि एक आदमी को उतना ही बोलना चाहिए, जितना उसमें हिम्मत हो। मैं भी उतना ही बोलता हूं, जिस पर टिका रह सकूं। मैं फालतू नहीं बोलता। उन्होंने कहा कि छह माह से गठबंधन की कोशिश चल रही थी। 20 फीसदी बहुजन समाज को उचित रास्ता दिलाने के लिए हमने अखिलेश जी पर भरोसा किया। छह माह से हमारी बातें हुई, मुलाकात हुई। चंद्रशेखर ने कहा कि प्रमोशन रिजर्वेशन, सामाजिक न्याय, बैकलॉग के मामलों पर हमारी बात हुई। मुस्लिम समाज को भी उन्होंने 18-19 फीसदी आरक्षण देने की बात कही थी। घोषणा करना अलग है, उस पर टिके रहना अलग बात है।