जल जीवन मिशन में हर घर नल योजना की समीक्षा
अधिकारियों को काम में तेजी लाने के दिए निर्देश
‘जल जीवन मिशन में लापरवाही नहीं स्वीकार’
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित हर घर नल योजना के कार्यों की समीक्षा की। परियोजना की महत्ता पर जोर देते हुए उन्होंने जल जीवन मिशन के समयबद्ध क्रियान्वयन और गुणवत्तापरक कार्यों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में उन्होंने जिलाधिकारियों से परियोजना की भौतिक प्रगति का विवरण भी जाना और नियमित समीक्षा के निर्देश दिए। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह, प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हर देशवासी को शुद्ध पेयजल सुलभ कराने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 2019 को घोषित जल जीवन मिशन से आज बुंदेलखण्ड, विंध्य क्षेत्र की तस्वीर बदल रही है। हर घर में शुद्ध पेयजल का सपना पूरा हो रहा है। यह ईज ऑफ लिविंग के संकल्प को पूरा करने वाली परियोजना है। शुद्ध पेयजल बेहतर स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण आधार भी है, इस दृष्टि से भी जल जीवन मिशन का विशिष्ट महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल के संकल्प के साथ अब तक हमने 46 लाख 72 हजार घरों में नल के कनेक्शन लगाये हैं। इसमें तेजी की अपेक्षा है। इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक एक करोड़ घरों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कराये जाने का लक्ष्य लेकर कार्य करें।
सीएम योगी ने कहा कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की योजना से अब तक जो क्षेत्र नहीं जोड़े जा सके हैं, उन्हें यथाशीघ्र जोड़ा जाए। साथ ही सीएम योगी ने कहा कि काम में लापरवाही, शिथिलता अथवा सरकारी धन के दुरुपयोग की एक भी घटना किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जाएगी। यदि कहीं कोई एजेंसी गड़बड़ी कर रही है तो तत्काल शासन को अवगत कराएं, कठोर कार्रवाई होगी। भारत सरकार की अटल भूजल योजना को आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों को भी भूजल योजना से जोड़ा है। बुंदेलखंड में इस योजना के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। भूजल संरक्षण के लिए जनसहभागिता बहुत जरूरी है। इस अभियान से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के प्रयास किया जाए।
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