मेरठ में बिजली कर्मचारी की हड़ताल
हड़ताल के कारण 160 बिजलीघरों पर लटके ताले
कई कस्बे व शहर अंधेरे में डूबे
यूपी डेस्क: मेरठ में बिजली कर्मचारी की हड़ताल के कारण जिले के सभी 160 बिजलीघरों पर ताले पड़े है। वहीं, गंगा खादर इलाके समेत कई इलाको में 24 घंटे से बिजली की सप्लाई बंद है। बिजली बंद होने के कारण शहर, कई कस्बे पूरी रात अंधेरे में डूबे रहे।
1 महीने पहले आंदोलन का हुआ था ऐलान
इसके पीछे का कारण बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से किया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना है। 1 महीने पहले आंदोलन का ऐलान हुआ था। वहीं, उपभोक्ताओं का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
विद्युत कर्मचारियों ने 29 नवंबर से ऊर्जा भवन में प्रदर्शन किया था शुरू
उपभोक्ता मीटर संबंधी व अन्य विद्युत संबंधी कार्य कराने के लिए परेशान घूमते रहे। उधर, हजारों कर्मचारियों ने संविदाकर्मियों को साथ लेकर ऊर्जा भवन में एकत्र होकर जोरदार प्रदर्शन किया। विद्युत कर्मचारियों ने 29 नवंबर से ऊर्जा भवन में प्रदर्शन शुरू किया था।
160 बिजली घरों पर कर्मचारियों ने नहीं किया कार्य
दो दिन लगातार धरना प्रदर्शन करने के बाद तीसरे दिन बृहस्पतिवार को सभी कर्मचारी एकजुट हो गए। शहर के 52 और पूरे जिले में करीब 160 बिजली घरों पर कर्मचारियों ने कार्य नहीं किया। प्रदर्शन में 1200 कर्मचारियों के साथ जिले भर से 1365 संविदा कर्मचारी भी पहुंचे। बिजलीकर्मी अपनी कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे।
ये हैं प्रमुख मांगें
- ऊर्जा निगम में चेयरमैन, प्रबंध निदेशकों व निदेशकों की भर्ती नियमित चयन प्रक्रिया से हो।
- विद्युत कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद व पहले कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाए।
- पावर सेक्टर इम्प्लॉइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए।
- वर्ष 2000 के बाद सेवा में आए सभी कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल हो।
- कर्मचारियों व अभियंताओं के समस्त भत्तों का पुनरीक्षण किया जाए।
- कई वर्षों से लंबित बोनस का भुगतान किया जाए।
- रियायती बिजली की सुविधा पूर्ववत जारी रखी जाए।
- सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।