आधी रात को सपा ने घोषित किया प्रत्याशी
अंतिम दिन SP और BJP उम्मीदवारों ने किया नामांकन
2000 में सपा को जीत दिलवा चुके हैं मानू
Up Nikay Chunav: नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर सपा ने रविवार की आधी रात को सैय्यद रहमान मानू को अपना प्रत्याशी घोषित किया। आज नामांकन का अंतिम दिन है। पार्टी का टिकट मिलने के बाद सपा प्रत्याशी पर्चा दाखिल करने पहुंचे। जबकि आज ही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण अग्रवाल ने भी नामांकन किया।
बीते दिन से ही शहर के लोगों ने भाजपा और प्रमुख विपक्षी पार्टी सपा पर निगाहें जमा रखी थीं। चाय-पान की दुकान और चौराहों पर कयासों का दौर जारी था। लोग परिचितों को फोन लगा कर टिकट किसको मिला जानने का प्रयास करते रहे। कभी सपा से गुड्डू का नाम सामने आता तो कभी विनीत तिवारी की पत्नी राखी तिवारी का नाम सामने आता। खैर, इन सबके बीच पूरा दिन बीत गया और रात करीब 12 बजे प्रदेश मुख्यालय से सैय्यद रहमान मानू का नाम घोषित किया गया। मानू के पक्ष में जिलाध्यक्ष और कई अन्य पूरे दम से प्रयास कर रहे थे। वो सोमवार दोपहर अपने समर्थकों के साथ नामांकन करने के लिए गए।
वर्ष 2000 में सपा को जीत दिलवा चुके हैं मानू, विवादित था पूरा कार्यकाल
सैय्यद रहमान मानू वर्ष 2000 में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर जीतकर यहां सपा का परचम लहरा चुके हैं। हालांकि पूरे पांच साल मानू का कार्यकाल विवादों में रहा। इन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। इनका वित्तीय पावर भी सीज कर दिया गया। लेकिन इन्होंने 5 साल अपना पूरा कार्यकाल बिताया। बीच में जब पीस पार्टी का उदय हुआ था, तो इन्होंने सपा छोड़कर पीस पार्टी का दामन थाम लिया था। इनको समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा का करीबी माना जाता रहा है।
मानू टिकट मिलने के बाद सोमवार को धूमधाम से नामांकन करने पहुंचे। उनके साथ सपा विधायक ताहिर खान और पूर्व विधायक अरूण वर्मा मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने के बाद मानू अपनी जीत का दावा करते नजर आए।
भाजपा प्रत्याशी के नामांकन में नहीं आए मयंकेश्वर शरण सिंह
बीजेपी कैंडिडेट प्रवीण अग्रवाल के साथ पर्चा दाखिल करने बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। इस दौरान विधायक राकेश गौतम मौजूद रहे। हालांकि कहा जा रहा था कि मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह इस नामांकन में शामिल होंगे, लेकिन आखिरी वक्त पर बताया गया कि निजी कारणों से वह इसमें शामिल होने नहीं आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं में उनके नहीं आने पर तमाम तरह की चर्चाएं भी होती दिखीं।
बसपा और कांग्रेस को अपने मुद्दों पर भरोसा
इससे पूर्व के दिनों में ही बसपा से श्वेतांग और कांग्रेस से वरूण मिश्रा अपना दाखिल कर चुके हैं। वो लगातार जनसंपर्क कर लोगों के बीच अपने मुद्दों को रख रहे हैं। दोनों की उम्मीदवार विश्वास जता रहे हैं कि उनके अपने-अपने मुद्दों पर जनता को यकीन है और वो उनका साथ देगी। बहरहाल, 13 मई को तस्वीर साफ हो जाएगी।