देश के 71 हजार युवाओं के सपने को आज पंख लग गए
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा
रोजगार मेले में कुल 45 मंत्री हिस्सा लिए
(नेशनल डेस्क) देश के 71 हजार युवाओं के सपने को आज पंख लग गए हैं, क्योंकि रोजगार मेले के तहत आधिकारिक तौर पर आज उन्हें ऑफर लेटर मिला. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ के तहत शुक्रवार को करीब 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपें.
पीएम मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी नवनियुक्त लोगों को संबोधित भी किया। रोजगार मेले में कुल 45 मंत्री हिस्सा लिए, जिनमें धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, हरदीप पुरी, अनुराग ठाकुर और अन्य वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं।
देशभर से चुने गए ये नवनियुक्त, भारत सरकार के तहत कनिष्ठ अभियंता, लोको पायलट, तकनीशियन, इंस्पेक्टर, सबइंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, कनिष्ठ लेखाकर्मी, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर आसीन होंगे। इस रोजगार कार्यक्रम के दौरान, नए शामिल अधिकारियों के कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल से सीखने से जुड़े अनुभवों को भी साझा किया जाएगा। कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त लोगों के लिए एक ऑनलाइन दिशानिर्देश पाठ्यक्रम है।
पीएमओ ने कहा कि देश भर से चयनित युवाओं को भारत सरकार के तहत जूनियर इंजीनियर, लोको पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर एकाउंटेंट, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर तैनाती दी जाएगी.
इस कार्यक्रम के दौरान नवनियुक्त कर्मी कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के बारे में अपने अनुभव भी साझा किया. कर्मयोगी प्रारम्भ मॉडयूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरम्भिक पाठ्यक्रम है. इसमें सरकारी सेवकों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल पर नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानव संसाधन नीतियां शामिल हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल अक्टूबर महीने में ‘रोजगार मेला’ की शुरुआत की थी. उन्होंने एक समारोह में 75,000 नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे थे.
उल्लेखनीय है कि रोजगार मेला, रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। उम्मीद है कि यह रोजगार मेला और अधिक रोजगार बढ़ाने की दिशा में काम करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए मौका देगा।