नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट की फटकार
मायावती ने कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
सांप्रदायिकता की आग पर राजनीति करने वालों को सबक
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने नूपुर शर्मा विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से की गई टिप्पणी आने के बाद करारा तंज कसा है। बसपा प्रमुख ने इस मामले को सांप्रदायिकता फैलाने वालों को सीख के तौर पर लेने की सलाह दी है। मायावती ने कहा है कि लोगों के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश एक बड़ी सीख है। सुप्रीम कोर्ट में देश में बने हिंसक माहौल के लिए नूपुर शर्मा के बयान को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें देश से माफी मांगने का निर्देश दिया। इस आदेश का मायावती ने समर्थन किया है।
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1. माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए सख़्त स्टैण्ड तथा अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी माँगने का निर्देश उन सभी के लिए ज़रूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 1, 2022
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ‘माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए सख्त स्टैण्ड तथा अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी माँगने का निर्देश उन सभी के लिए जरूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं।’
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने लिखा है कि, ‘साथ ही, नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी मा. कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ा रोक लगे।’ बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की हत्या के लिए नूपुर शर्मा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि, पूरे देश में तुम्हारी वजह से आग लगी हुई है, तुम्हे पूरे देश के सामने माफी मांगनी चाहिए। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के मामले में शुक्रवार को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
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