Uddhav Thackeray का बड़ा ऐलान
17 दिसंबर को निकाला जाएगा विरोध मार्च
शिंदे सरकार के खिलाफ होगा मार्च
नेशनल डेस्क:- महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चल रहा है । जिसे लेकर दोनों राज्यों में खलबली मची हुई है। इसी के चलते महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्य की शिंद सरकार पर निशाना साधा है। औऱ विरोध करते हुए मुंबई में 17 दिसंबर को एक विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है।इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की विवादास्पद टिप्पणी और कर्नाटक के साथ सीमा विवाद सहित कई मुद्दों पर मार्च निकाला जाएगा।
Karnataka has been asking for some of Maharashtra's areas, villages & districts like Jath and Solapur. Will they ask for our Pandarpur Vithoba too? This raises one question-is there any govt in Maharashtra?: Shiv Sena chief Uddhav Thackeray#Maharashtra pic.twitter.com/6kFHSM7sYI
— ANI (@ANI) December 5, 2022
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सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
दरअसल, 5 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एमवीए नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, “इस 17 दिसंबर को हम वर्तमान राज्य सरकार के खिलाफ मुंबई में ‘मोर्चा’ आयोजित करेंगे। इस दौरान हम महाराष्ट्र के राज्यपाल को हटाने की मांग करेंगे। जो महाराष्ट्र से प्यार करते हैं मैं उन सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे राज्य का अपमान करने वालों के खिलाफ एकजुट हों।”
महाराष्ट्राचे खच्चीकरण,राज्यपालांची बेताल वक्तव्यं,कर्नाटकाच्या मुख्यमंत्र्यांची दादागिरी व त्यावर मूग गिळून गप्प बसलेले घटनाबाह्य मुख्यमंत्री,शेतकरी प्रश्नांची गळचेपी आणि महाराष्ट्राबाहेर जाणारे प्रकल्प यांच्याविरोधात संपूर्ण महाविकास आघाडी १७ डिसेंबरला विराट मोर्चा काढणार आहे! pic.twitter.com/hZyTGNwqva
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) December 5, 2022
ठाकरे का बयान
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, “कर्नाटक हमारे क्षेत्रों, गांवों और यहां तक कि जाठ, सोलापुर के लिए भी पूछ रही है, क्या वे हमारे पंडरपुर विठोबा से भी पूछेंगे? यह एक सवाल खड़ा करती है कि क्या महाराष्ट्र में कोई सरकार है? जैसे गुजरात चुनाव से पहले कुछ बिजनेस वहां शिफ्ट कर दिए गए थे, तो क्या कर्नाटक चुनाव से पहले हमारे गांव कर्नाटक को दे दिए जाएंगे?”
अजीत पवार ने की पीसी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार ने एमवीए नेताओं की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। एनसीपी नेता ने कहा, “महाराष्ट्र के ऐतिहासिक शख्सियतों जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज, सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले के खिलाफ बार-बार विवादित टिप्पणियां की जा रही हैं। राज्य सरकार ने गुजरात में कुछ मेगा निवेश परियोजनाओं को खो दिया है लेकिन महाराष्ट्र के लिए कुछ भी पाने में विफल रहे।”उन्होंने आगे कहा, “बेलगावी और कर्नाटक के साथ अन्य विवादित क्षेत्रों पर सरकार का तेवर बहुत नरम है। कर्नाटक के सीएम का बयान देखिए। राज्य में पहले ही बीजेपी की सरकार है और सीएम शिंदे बीजेपी की वजह से ही यहां के सीएम बने हैं। वे मुद्दों पर कुछ भी नहीं कह रहे हैं। ऐसे में हमारे नेताओं और महाराष्ट्र के आइकन का अपमान करने का प्रयास किया जा रहा है इसलिए हम यह विरोध कर रहे हैं।
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