वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अपोलो-7 मिशन के अंतरिक्ष यात्री वॉल्टर कनिंघम का निधन हो गया है। वह 90 वर्ष के थे। वॉल्टर कनिंघम नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के अपोलो कार्यक्रम के पहले सफल मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान के चालक दल के अंतिम अंतरिक्ष यात्री थे, जो अभी तक जीवित थे।
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नासा के प्रवक्ता बॉब जैकब्स ने समाचार एजेंसी ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के साथ बातचीत में वॉल्टर कनिंघम के निधन की पुष्टि की। लेकिन, उन्होंने इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं दी। वॉल्टर कनिंघम की पत्नी डॉट कनिंघम ने एक बयान में कहा कि उनका मंगलवार को निधन हो गया। लेकिन, उन्होंने मृत्यु का कारण नहीं बताया।
वॉल्टर कनिंघम नासा की ओर से 1968 में अंतरिक्ष में भेजे गए अपोलो-7 मिशन के चालक दल के सदस्यों में से एक थे। यह मिशन कुल 11 दिनों का था और इसके प्रक्षेपण का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया गया था। अपोलो-7 मिशन के जरिये ही अंतरिक्ष यात्रियों का आगे चलकर चंद्रमा की सतह पर उतरना संभव हो सका था।
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