इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद जारी है
पंजाब यूनिवर्सिटी में दिखाई गई BBC की डॉक्यूमेंट्री
पीयू सिक्योरिटी ने पुलिस की मदद से इसे बंद करवाया गया
(पंजाब डेस्क) बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ की स्क्रीनिंग को लेकर विवाद जारी है. इस बीच अब पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में कांग्रेस के छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया की ओर से पंजाब यूनिवर्सिटी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को दिखाने का दावा किया गया है.पंजाब विश्वविद्यालय में एनएसयूआई ने शाम पांच बजे के करीब लगभग आधे घंटे स्टू-सी पर प्रोजेक्टर लगाकर छात्रों को पीएम मोदी पर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। इस दौरान पीयू सिक्योरिटी ने पुलिस की मदद से इसे बंद करवाया गया।लेकिन तब तक लगभग आधी डॉक्यूमेंट्री चल चुकी थी
वहीं BBC की डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है इसके बाद भी TMC नेता महुआ मोइत्रा ने डॉक्यूमेंट्री के दूसरे एपिसोड की लिंक ट्विटर हैंडल पर पर शेयर कर दिया।उधर गुजरात दंगे पर बीबीसी की इस विवादित डॉक्यूमेंट्री से सियासत भी गरमा गई है। हालांकि इस डॉक्यूमेंट्री को विश्वविद्यालय में दिखाने से पहले ही हंगामा खड़ा हो गया है।
सचिन गालव ने VC को फोन पर कहा कि वह दोपहर को डॉक्यूमेंट्री की मंजूरी लेने के लिए उनके ऑफिस आए थे मगर वह नहीं थी। गालव ने VC को कहा कि देश के प्रधानमंत्री की डॉक्यूमेंट्री है, इसे सारे देख लेंगे तो क्या दिक्कत है। इसे चलाने दें।
इससे पहले दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में इस डॉक्यूमेंट्री को चलाए जाने से पहले पुलिस ने कुछ स्टूडेंट्स को डिटेन कर लिया था। भारत सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगा दिया है।
मीडिया रिपोट्स के अनुसार NSUI के प्रेसिडेंट और चंडीगढ़ नगर निगम काउंसलर ने कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री को बंद करना पूरी तरह से गलत है. देश के पीएम पर बनी इस डॉक्यूमेंट्री को देखने का सबका अधिकार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने इस डॉक्यूमेंट्री को चलाने के लिए VC ऑफिस में भी संपर्क किया था मगर VC नहीं मिल पाई थी. जिसके बाद शाम को इसे चलाया गया.
आपको बता दें भारत सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगा दिया है. इससे पहले दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में इस डॉक्यूमेंट्री को चलाए जाने के लिए प्रदर्शन कर रहे है. कई छात्रों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जिनकी रिहाई की मांग पर छात्र अड़े हैं. यहीं कई अन्य जगह भी इसको लेकर प्रदर्शन चल रहा है.