धर्म डेस्क: जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए सभी तरह के काम करते हैं। पूजा – आरती से लेकर 56 भोग के प्रसाद तक की व्यवस्था की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों में जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के मंत्रों के जाप को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। कहा गया है कि
हरेर्नाम हरेर्नाम हरेर्नामैव केवलम्। कलौ नास्त्येव नास्त्येव नास्त्येव गतिरन्यथा।।
यानी भगवान श्री कृष्ण का नाम ही है जो कलयुग में किसी भी व्यक्ति की गति करवा सकता है। इसके अलावा कोई और दूसरा माध्यम नहीं है जो किसी भी जीवात्मा को मोक्ष प्रदान कर सकें। आइए जानते हैं जन्माष्टमी के दिन नाम जाप करने के लिए भगवान श्री कृष्ण के मंत्र –
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
हे कृष्ण करुणासिंधो दीनबन्धु जगतपत्ते।
गोपेश, गोपिकान्ताय श्री राधाकान्ताय नमोस्तुते।।
श्री राधा कृष्ण शरणम् मम:।।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा।।
ओम नमो भगवते वासुदेवाय।।
हरि ओम नमो नारायणा:।।
शांताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशम्।
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्।
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
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