- भारत-चीन विवाद पर बोलेंगे राजनाथ सिंह
- संसद सत्र के दूसरे दिन भी सीमा विवाद पर दिया था बयान
- कांग्रेस हुई थी हमलावर
नेशनल डेस्क: संसद सत्र के तीसरे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राज्यसभा में भारत-चीन विवाद को लेकर बयान देंगे। बीते दिन रक्षा मंत्री ने लोकसभा में भारत चीन विवाद पर बयान दिया था।
राजनाथ ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण तरीके से सीमा मुद्दे के हल के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन पड़ोसी देश द्वारा यथास्थिति में एकतरफा ढंग से बदलाव का कोई भी प्रयास अस्वीकार्य होगा। उन्होंने आगे कहा कि हम पूर्वी लद्दाख में चुनौती का सामना कर रहे हैं, हम मुद्दे का शांतिपूर्ण ढंग से हल करना चाहते हैं और हमारे सशस्त्र बल देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए डटकर खड़े हैं।
राजनाथ ने प्रस्ताव पारित करने का भी किया आग्रह
उन्होंने यह भी कहा कि इस सदन को प्रस्ताव पारित करना चाहिए कि यह सदन और सारा देश सशस्त्र बलों के साथ है। जो कि अपनी जान की परवाह किए हुए बिना देश की चोटियों की उचाइयों पर विषम परिस्थितियों के बावजूद भारत माता की रक्षा कर रहे हैं।
राजनाथ के बयान पर कांग्रेस हुई हमलावर
सीमा पर चीन के साथ जारी विवाद को लेकर राजनाथ के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी के दावे पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चीन की ओर से किए गए अतिक्रमण को लेकर पीएम मोदी ने देश को गुमराह किया, यह रक्षा मंत्री के बयान से साफ हो गया है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘रक्षा मंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया। हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।’ उन्होंने पीएम मोदी से सवाल किए कि आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे और चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे?
कांग्रेस सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए किया सदन का बहिष्कार
मॉनसून सत्र के दूसरे दिन रक्षा मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस के सदस्य भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन अध्यक्ष ओम बिरला ने नियमों का उल्लेख करते हुए उन्हें अनुमति देने से इंकार कर दिया। जिस पर कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई ने कहा कि उन्हें भी बोलने का अधिकार है। हालांकि अनुमति न मिलने के बाद कांग्रेस सदस्यों ने विरोध स्वरूप सदन से वाॅकआउट किया। इससे बाद कांग्रेस सांसदो ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन भी किया।