- चीन कर रहा भारत की जासूसी
- NTRO की टीम जाँच में जुटी
- अँग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
नेशनल डेस्क: भारत में चीन की जासूसी के मामले एक के बाद एक कर सामने आ रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब चीन की जासूसी का मामला सामने आया हो, इससे पहले भी दो बार चीन की खबर सामने आ चुकी है।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है। उस रिपोर्ट के मुताबिक चीन प्रधानमंत्री कार्यालय(PMO) के अधिकारियों, राज्यों के डीजीपी और मुख्य सचिवों समेत 370 से भी ज्यादा लोगों की जासूसी कर रहा है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एनटीआरओ यानी राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन ने जाँच भी शुरु कर दी है। अगर NTRO की जाँच में जासूसी की पुष्टि होती है, तो यह देश के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन पीएमओ के लगभग 6 ऐसे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है, जो सीधे प्रधानमंत्री के अधीन मंत्रालयों में काम करते हैं। इतना ही नहीं चीन 23 मुख्य सचिवों और 15 डीजीपी की भी निगरानी कर रहा है। ये सभी अधिकारी मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधनों, बुनियादी ढांचे और शहरी विकास, वित्त और कानून व्यवस्था सहित प्रमुख विभागों में कार्यरत हैं।
जब पहली बार हुआ था चीन की जासूसी का खुलासा
बीते 14 सितंबर को छपी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में यह कहा गया था कि चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है।
खुफीया तरीके से चीन कर रहा भारत की निगरानी-2
बीते दिन भी अंग्रेजी अखबार ने चीन की जासूसी से जुड़ी दूसरी रिपोर्ट छापी। जिसमें यह कहा गया चीन भारत के पेमेंट एप, सप्लाई चेन, डिलीवरी एप्स और इन एप्स के सीईओ-सीएफओ समेत करीब 1400 व्यक्तियों और संस्थाओं की जासूसी कर रहा है।
चीन की ये कंपनियाँ कर रही भारत की निगरानी
चीन की कंपनी शेनझेन इंफोटेक और झेन्हुआ इंफोटेक ये जासूसी कर रही है। ये कंपनियाँ चीनी सरकार के लिए जासूसी का काम कर रही है।इस कंपनी का काम दूसरे देशों पर नजर रखना है।