कोरोना वायरस का मनोवैज्ञानिक डर निकालना है ज़रूरी
दूसरा राहत पैकेज जारी कर सकती है सरकार
उचित समय पर सरकार कर सकती है घोषणा
नेशनल डेस्क: कोरोना वायरस के भारत में आने के बाद से ही पूरे देश में उथल पुथल का माहौल हो गया है लेकिन इस महामारी पर देश अब धीरे धीरे काबू पा रहा है। कोविड-19 संक्रमण पर काबू पाने के बाद सरकार एक और राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है। बता दें,मंगलवार को वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के एक अधिकारी ने कहा, राहत पैकेज का सही से इस्तेमाल तभी हो सकेगा जब कोरोना वायरस का मनोवैज्ञानिक(Psychologist) डर निकाल जाएगा इसे राहत पैकेज के इस्तेमाल के लिए निकालना ज़रूरी है।
सही समय पर होगी राहत की घोषणा: टी.वी. सोमनाथन
केंद्रीय व्यय सचिव (expenditure secretary) टी.वी. सोमनाथन (TV Somanathan) ने कहा, पहले राहत पैकेज के तौर पर लाभार्थियों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की गई राशि में से 40% को अभी खर्च भी नहीं किया गया है। इससे यह लगता है कि कई बार सही समय का चुनाव ज़रूरी है। इससे राहत पैकेज की कमियों का पता चलता है। इस बार नई घोषणा के लिए सही समय का इंतजार सबसे जरूरी होगा। डुन एंड ब्रैडस्ट्रीट इंडिया के एक कार्यक्रम में, सोमनाथन ने कहा कि वर्तमान में, सामान्य आर्थिक गतिविधियां बंद हो गई हैं।
अभी सरकार क्या कर रही है और क्या नहीं, इससे ज्यादा जरूरी लोगों के मन में बैठे संक्रमण के डर को खत्म करना है।सोमनाथन ने कहा, सरकार के राहत पैकेज के देने के साथ ही आरबीआई ने भी रेपो रेट में दो बार बड़ी कटौती की जबकि राज्य सरकारों को जीडीपी का 2 फीसदी अतिरिक्त खर्च करने की भी छूट दी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि देशभर में स्वास्थ्य संबंधी स्थितियां बेहद नाजुक हैं।
फाइनेंशियल और बीमा सेक्टर के अलावा सिनेमा हाल, मॉल और रेस्तरां जैसी प्राइवेट सर्विस पूरी तरह ठप पड़ी हैं। और बेहद प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि लोग जैसे-जैसे स्वास्थ्य को लेकर सामान्य होने लगेंगे, सरकार भी अर्थव्यवस्था और लोगों की मदद के लिए राहत पैकेज लेकर आएगी। लेकिन हमें नहीं लगता कि सरकार का कोई भी राहत पैकेज लोगों को इन स्थानों पर दोबारा जाने के लिए प्रेरित कर सकता है। बता दें कि सरकार ने वित्तीय प्रोत्साहन के पहले दौर की घोषणा मार्च के अंत में की थी। मोदी सरकार ने मई के महीने में 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी। इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत पैकेज नाम दिया गया था