समाधान दिवस में बुजुर्ग फरियादी का अपमान
दो घंटे जमीन पर बैठाया, कुर्सी मांगने पर मिली फटकार
जबरदस्ती राजीनामा लिखवाने का आरोप
आगरा- आगरा की बाह तहसील में तहसील दिवस का आयोजन किया गया था, जहां शिकायत लेकर पहुंचे एक बुजुर्ग को एसडीएम रतन कुमार वर्मा ने दो घंटे तक जमीन पर बैठाए रखा। बुजुर्ग का आरोप है कि, सुनवाई के दौरान जब बुजुर्ग कुर्सी पर बैठने लगे तो एसडीएम साहब भड़क गए। उन्होंने बुजुर्ग को डांटकर जमीन पर बैठने को कहा। दरअसल आगरा के थाना पिडोरा के एक बुजुर्ग सुरेंद्र सिंह समाधान दिवस में बाह तहसील पहुंचे थे। वहां उन्होंने एसडीएम से बंद चकरोड को खुलवाने का प्रार्थना पत्र दिया।
“एसडीएम साहब ने मुझे शिकायत सुने बिना ही सभी के सामने डांट दिया और एक पुराने मामले का जिक्र करते हुए जमीन पर बैठने का फरमान सुना दिया। एसडीएम ने अफसरों और फरियादियों के सामने मुझे बेइज्जत किया है उन्होने मेरे सफेद बालों का भी लिहाज नहीं किया। मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा था जैसे मैंने कोई संगीन अपराध कर दिया हो। जबकि मैं तो सार्वजनिक रास्ते को खुलवाने की मांग लेकर गए थे।”
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जबरदस्ती राजीनामा लिखवाने की कोशिश
बुजुर्ग का आरोप है कि, एसडीएम साहब उनसे जमीन के एक पुराने मामले में जबरदस्ती राजीनामा लिखवाना चाह रहे हैं। इसके लिए मुझ पर दबाव बनाया जा है। जबकि उस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है। बुजुर्ग ने कहा कि, “क्या सरकार ने बुजुर्ग और फरियादियों को बेइज्जत करने के लिए यह समाधान दिवस लगाए हैं? अगर समाधान दिवस लगाए हैं तो ऐसे अधिकारियों को समाधान दिवस में फरियाद सुनने की जिम्मेदारी न दी जाए।”
फिलहाल इस मामले में एसडीएम साहब कुछ भी बोलने को तैयार नही है। लेकिन एसडीएम साहब के इस बर्ताव ने सरकार की मंशा पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
अखबारवाला.कॉम के लिए आगरा से बृज भूषण की रिपोर्ट.