- प्याज के आँसू रोया नेपाल
- कीमतों में हुई इतनी ज्यादा बढ़ोतरी
- व्यापारियों ने शुरू कर दी कालाबाजारी
नेशनल डेस्क : कोरोना काल में आम जनता के लिए सब्जियां खा पाना भी मुहाल हो गया । प्याज के बढ़ते दामों ने नेपाल की सब्जियों का स्वाद फीका कर दिया है। नेपाल में भारत की ओर से प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। जहाँ कुछ दिनों पहले प्याज के दाम 20-30 रुपये किलो थे, वह बढ़कर 150 रुपये किलो पहुँच गए हैं।
नेपाल में प्याज के बढ़ रहे दामों का पता ऐसे चला…
दरअसल, काठमांडू के हरित सामुदायिक कृषि बजार तीनकुनेमा में गुरुवार सुबह उपभोक्ताओं द्वारा 150 रुपये प्रति किलो प्याज खरीदने की खबर नेपाली न्यूज वेबसाइट कांतिपुर की एक रिपोर्ट में आई। इस रिपोर्ट में बताया गया कि दुकानदार थोक बाजारों में इसे 70 रुपए किलो खरीद रहे हैं और खुदरा कीमत 120 से 150 रुपये किलो तक है।
कालीमाटी सब्जी और फल बाजार विकास समिति के मुताबिक, “प्याज का थोक मूल्य सोमवार को 59 रुपए से 61 रुपये प्रति किलोग्राम था। लेकिन मंगलवार को प्याज की कीमत 74 रुपए से 76 रुपए तक रही। सोमवार की तुलना में मंगलवार को प्याज की कीमतें लगभग 25 प्रतिशत बढ़ीं। भारत की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद हर दिन प्याज की कीमतों में तेजी आ रही है।”
प्याज के उत्पादन को नुकसान पहुँचने के कारण दामों में हो रहा इजाफा
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक — विदेश व्यापार निदेशालय ने सोमवार को सभी प्रकार के प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस जारी किया था। दरअसल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सहित दक्षिण भारतीय राज्यों में लगातार बारिश से प्याज के उत्पादन को नुकसान पहुंचा है। जिसकी वजह से भारत में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं।
कई जगहों पर प्याज की जमाखोरी और कालाबाजारी की खबर भी सामने आ रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में इसकी कीमतों में और भी उछाल देखने को मिल सकता है।
गौरतलब है कि, दक्षिण एशिया में भारत एकमात्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक है। नेपाल, मलेशिया, बांग्लादेश, और श्रीलंका भारतीय प्याज पर निर्भर हैं।