गुजरात के विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने एंट्री
भाजपा और कांग्रेस की बढ़ाई चिंता
मुस्लिम मतदाताओं पर ओवैसी की निगाहें
नेशनल डेस्क: गुजरात के विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने एंट्री कर ली है। ओवैसी की एंट्री से मुस्लिम वोटों की जंग और तीखी हो गई है। राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 10 फीसदी से अधिक है। ऐसे में ओवैसी राज्य की 30 मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुटे हुए हैं। वहीं, ओवेसी के गुजरात के सियासी रण में कूदने के कदम ने कांग्रेस और आप की चिंता जरूर बढ़ा दी है।
ओवैसी की इतनी सीटों पर निगाहें
असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य की मुस्लिम बहुल 30 विधानसभा सीटों पर नजरें गड़ा रखी हैं। ओवैसी पहले भी देश के कई अन्य राज्यों में मुस्लिम मतों में बंटवारा करते रहे हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि वे गुजरात में भी मुस्लिम मतों के बंटवारे में कामयाब हो सकते हैं। अगर उनके उम्मीदवार जीतने में कामयाब नहीं हुए तो भी वे कांग्रेस और आप को मुस्लिम मतों के बंटवारे के जरिए जबर्दस्त चोट पहुंचा सकते हैं।
इस बार के चुनाव में कड़ी सियासी जंग
गुजरात की सत्ता पर पिछले 27 वर्षों से भाजपा का कब्जा है। भाजपा ने इस बार भी सत्ता में बने रहने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। वैसे पार्टी को कांग्रेस और आप की ओर से कड़ी चुनौती का भी सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस नेताओं के साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल भी लगातार गुजरात का दौरा करने में जुटे हुए हैं। उनकी ओर से गुजरात की जनता से बड़े-बड़े चुनावी वादे भी किए जा रहे हैं।
गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को होने वाले मतदान में 4.9 करोड़ मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनावी जीत हासिल करने के लिए सभी दलों की ओर से समीकरण साधने की कोशिश की जा रही है। राज्य में कड़ी सियासी जंग को देखते हुए नौ फीसदी मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण हो गई है। कांग्रेस और आप के साथ ओवैसी ने भी इन मुस्लिम मतदाताओं पर नजरें गड़ा रखी हैं।
इस बार कांग्रेस के लिए राह आसान नहीं
वैसे यदि गुजरात के पूर्व के चुनावों को देखा जाए तो मुस्लिम मतों का अधिकांश हिस्सा अभी तक कांग्रेस के पक्ष में जाता हुआ दिखा है मगर इस बार कांग्रेस के लिए राह बहुत आसान नहीं मानी जा रही है। कांग्रेस पहले ही चुनावी तैयारियों में कमी,चुनाव प्रचार में तेजी का अभाव और संगठनात्मक ढांचे की कमजोरी से जूझ रही है। इस बीच आप और ओवैसी की गुजरात के सियासी रण में एंट्री ने राज्य के समीकरण बदल दिए हैं।
आप ने सभी सीटों पर चुनाव मैदान में उतरी
आप राज्य की सभी 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव मैदान में उतर रही है। दिल्ली में आप को मुस्लिम मतदाताओं का व्यापक समर्थन हासिल होता रहा है। ऐसे में मुस्लिम मतों में आप की सेंधमारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।