संगमनगरी के नेवादा गांव की बदली तस्वीर
गांव में जगह-जगह लगे है सीसीटीवी
स्ट्रीट लाइट और ओपन जिम की है सुविधा
महिलाओं को मजदूरी के लिए नहीं जाना पड़ता बाहर
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के आने के बाद शहर के साथ-साथ गांव का भी तेजी से विकास हुआ है। गांव में भी अब शहर जैसी सुविधाएं देखी जा रही हैं और अगर इसकी बानगी देखनी हो तो आपको प्रयागराज आना होगा। होलागढ़ क्षेत्र का शाहपुर कल्याण उर्फ नेवादा गांव आधुनिक सुविधाओं की ऐसी मिसाल पेश कर रहा है, जिसकी चर्चा आसपास के गांव के साथ-साथ पूरे जिले में है। इस गांव में कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, सड़कें पॉश इलाकों की तरह चौड़ी होने के साथ-साथ गड्ढा मुक्त भी है। सड़क के किनारे स्ट्रीट लाइट भी लगाई गई है जो रात में दूधिया रोशनी से जगमगाती रहती है। गांव में अंत्येष्टि स्थल भी बनाया गया है। गांव के किसी भी घर में अगर कोई मृत्यु होती है तो अंत्येष्टि स्थल पर अंतिम संस्कार का पूरा प्रबंध किया गया है। इस स्थल को स्वर्गद्वार का दर्जा भी दिया गया है।
इस गांव में कई मॉडर्न स्कूल भी है जिसको खूबसूरती के साथ सजाया गया है। इसके साथ गांव में ओपन जिम भी स्थापित है जिसमें बच्चों से लेकर हर उम्र के लोग अपना स्वास्थ्य दुरुस्त रखने के लिए एक्सरसाइज या कहें कि व्यायाम करते हुए नजर आते हैं। गांव पूरी तरीके से ओडीएफ भी है साथ ही साथ जगह-जगह पर सार्वजनिक शौचालय भी बनाए गए है। प्रयागराज के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश में इस गांव की एक अलग ही पहचान होती जा रही है। नेवादा गांव के विकास के पीछे योगी आदित्यनाथ की मुहिम है जिसके चलते गाँव की महिला प्रधान ने महिलाओं का समूह बनाकर एक साल पहले प्रधान बनते ही काम शुरू किया।
यह भी पढ़ें: Uttarakhand IAS-PCS Transfer: उत्तराखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 23 IAS-PCS अधिकारियों के ट्रांसफर
महिला सशक्तिकरण का उदाहरण देते हुए यहा की महिलाओं को मनरेगा के तहत गांव में ही काम दे दिया गया। अब गांव की महिलाएं भी कहीं बाहर मजदूरी करने नहीं जाती। गांव में ही काम करती है और अपने परिवार की भी देख रहे करती हैं। सबसे खास बात गांव की महिलाओं को काम का एक रफ्तार मिल गई है। शहर से तकरीबन 35 किलोमीटर दूर इस गांव में जब आप प्रवेश करेंगे तो आप को प्रवेश द्वार मिलेगा। गांव में किस वक्त कौन आया कौन गया इस लिहाज से सीसीटीवी कैमरा भी लगा है। पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के तहत गांव को सीसीटीवी से लैस किया गया है। गांव के लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो या फिर रात के समय आने जाने में कोई समस्या न हो इसके लिए स्ट्रीट लाइट को भी लगाया गया है।
इस गांव को और डिजिटल बनाने के लिए ऑप्टिकल फाइबर कि लाइन बिछाई जा रही है, ताकि गांव वालों को इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सके। यही नहीं गांव के प्राथमिक विद्यालय में डिजिटल क्लास की शुरुआत हो गई है। इसके साथ ही गांव के लोगो को हर छोटी बड़ी खबर की जानकरी देने के लिए लाउडस्पीकर भी लगाया गया है। इस गांव के तालाबों का सौंदर्यीकरण भी कराया जा रहा है। यही नहीं गांव के लोगों के लिए एक ओपन जिम भी बनवाया गया है। जहां हर दिन गांव के लोग व्यायाम करते हुए नजर आते है। प्रयागराज के इस स्मार्ट गाँव मे जल्द ही एक तालाब में बच्चों के लिए नाव चलाने की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी है । यही नहीं बच्चों के लिए एक पार्क बनाकर झूला लगने की भी तैयारी है। आने वाले समय में गांव में सामुदायिक वैवाहिक स्थल बनाने के साथ ही गोबर गैस का प्लांट लगाने की योजना है। सभी काम को देखने के लिए एक सचिवालय का भी निर्माण करवाया है जहां पर बैठकर खुद प्रधान और जिला प्रशासन के अधिकारी इन सब कामों की मॉनटरिंग करते रहते हैं।
प्रयागराज से अखबारवाला.कॉम के लिए सैय्यद आकिब रजा की रिपोर्ट।
यह भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2022: लखनऊ में आज 116 पंडालों पर विराजमान होंगे गणपति, पुलिस ने पूरी की तैयारी