चाचा शिवपाल का कृष्ण अवतार, BJP को बताया शिशुपाल
2024 के आम चुनाव के बाद भाजपा का सफाया हो जाएगा
हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है
(उत्तरप्रदेश डेस्क) उत्तर प्रदेश में इस समय ट्वीटर पर अभद्र टिप्पणी को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है.समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. शिवपाल ने सैफई में कहा कि सांसद डिंपल यादव के खिलाफ भाजपा नेताओं द्वारा लगातार की जा रही छींटाकशी को वह निन्यानबे बार तक तो माफ करेंगे, उसके बाद बर्दाश्त नहीं करेंगे और अब स्थिति बर्दाश्त से बाहर हो चुकी है. बीजेपी के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी.
शिवपाल ने दावा किया, ‘‘2024 के आम चुनाव के बाद BJP का सफाया हो जाएगा. सरकार की गलत नीतियों के कारण देश मे मंहगाई, बेरोजगारी बढ़ी है, किसान परेशान हैं और भ्रष्टाचार का बोलबाला है.’’
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने BJP युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ऋचा राजपूत के खिलाफ हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.इसके पहले, सपा के मीडिया प्रकोष्ठ के पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर महिलाओं के प्रति कथित अभद्र टिप्पणी करने के आरोपों में रविवार सुबह लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें सोमवार शाम को जमानत मिलने के बाद जिला जेल लखनऊ से रिहा कर दिया गया.अग्रवाल के खिलाफ यौन उत्पीड़न समेत विभिन्न आरोपों में प्राथमिकी दर्ज कराने वालीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ऋचा राजपूत के खिलाफ भी सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की शिकायत पर रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया.
सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से साझा की गई प्राथमिकी की प्रति के मुताबिक भाजपा नेता राजपूत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 294 (अश्लीलता) और 509 (स्त्री लज्जा का अनादर) तथा सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 तथा 67(क) (लैंगिक प्रदर्शन का कार्य या आचरण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
शिवपाल सिहं यादव ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश में कोई अच्छे कार्य तो किए नहीं है. प्रदेश की जनता के लिए कोई वादे पूरे नहीं किए हैं. सरकार के कारनामों की वजह से प्रदेश की जनता दुखी है. बेरोजगारी को बढ़ावा दे रहे हैं किसानों का एमएसपी के बराबर फसल की कीमत भी नहीं दे रहे हैं, यह समस्याएं हैं. महंगी बिजली और बिजली दे नहीं पा रहे हैं. इतनी परेशानी है जनता के सामने दी है चुनाव के परिणाम इनके अच्छे नहीं आने हैं.