दम घुटने से रिटायर्ड आईजी की मौत
पत्नी और बेटे की हालत गंभीर
दमकल ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू
लखनऊ: लखनऊ के इंदिरा नगर के सी-ब्लाक में रह रहे रिटायर्ड आईजी दिनेश चन्द्र पांडेय के मकान में शनिवार रात अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। घर में आग लगने के बाद रिटायर्ड आईजी, उनकी पत्नी अरुणा पांडेय व दिव्यांग बेटा शशांक पांडेय घर के अंदर ही फंस गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड व पुलिस की टीम ने परिवार को घर से बाहर निकाला। अधिकारी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी व बेटे अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, शॉर्ट सर्किट की वजह से रिटायर्ड आईजी दिनेश चन्द्र पांडेय के इमारत की पहली मंजिल के कमरे में आग लगी थी। कमरे से आग की लपटें और धुआं निकलता देख पहले उन्होंने बुझाने का प्रयास किया। आग बेकाबू होते देख शोर मचाने लगे। सेवानिवृत्त आइजी के घर में आग की सूचना पर फायर स्टेशन अफसर इंदिरानगर तीन दमकल और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद फायर और पुलिस की संयुक्त टीम ने पहले तल पर फंसे तीनों लोगों को बाहर निकाला और आनन फानन उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया।
जहां, डाक्टरों ने दिनेश चंद्र को मृत घोषित कर दिया जबकि उनकी पत्नी अरुणा और बेटे शशांक की हालत नाजुक देख उन्हें भर्ती कर लिया। बेटे और पत्नी का इलाज चल रहा है। अग्निकांड में सेवानिवृत्त आइजी की मौत की सूचना पर आलाअफसर मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू की। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि घटना के बारे में आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई गई है। बताया जा रहा है कि अफसर की पत्नी और बेटे की हालत नाजुक है। वहीं, कुछ लोग कह रहे हैं कि चूंकि परिवार पीछे वाले कमरों में रह रहा था, इसी वजह से शोर मचाने के बाद भी घटना के बारे में किसी को पता नहीं चल पाया।
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