वाराणसी कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी
आधी रात को सीएम आवास पर आया फोन
पुलिस ने सब्जी विक्रेता को हिरासत में लिया
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आवास पर वाराणसी के फुलवरिया क्षेत्र से सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने का मामला सामने आया है। वाराणसी कोर्ट में इन दिनों ज्ञानवापी तथा श्रृंगार गौरी का मामला चल रहा है। कोर्ट ने ज्ञानव्यापी मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रखा है। अब ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर सात अक्टूबर को फैसला सुनाया जाना है। लखनऊ में शुक्रवार आधी रात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर इस फोन के पहुंचने के बाद कमिश्नरेट पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कैंट पुलिस ने धमकी देने वाले का नंबर ट्रेस किया। इसके बाद सब्जी विक्रेता को हिरासत में लिया गया।
यह भी पढ़ें: National news: टेलीकॉम सेक्टर में नये युग की शुरुआत, पीएम मोदी ने भारत में 5जी सेवा को किया लॉन्च
फोन करने वाले व्यक्ति ने वाराणसी के संवेदनशील मुद्दे को जोड़ते हुए कचहरी को बम से उड़ाने की धमकी दे दी। आधी रात को आए इस फोन की सूचना तत्काल ही सीएम आवास से कमिश्नरेट पुलिस को दी गई। सीएम आवास से आई इस सूचना के बाद अफसरों के भी हाथ-पैर फूल गए। तत्काल नंबर का लोकेशन ट्रेस किया गया। इसके बाद कैंट सर्किल के एसीपी के नेतृत्व में छानबीन शुरू हुई। टीम जब फुलवरिया के पहलुपुरा में पहुंची तो वहां से सब्जी विक्रेता गुलाब सोनकर को हिरासत में लिया गया। गुलाब सोनकर से पूछताछ में सामने आया कि जिस मोबाइल से यह धमकी दी गई है वह उनकी बेटी का है। परिवार के अन्य लोग भी इस मोबाइल को इस्तेमाल करते हैं। वहीं गुलाब सोनकर की बेटी ने बताया कि फोन गुरुवार की देर शाम बरामदे से चोरी हो गया था।
वहीं इस मामले में गुलाब सोनकर के परिजन विकास और आकाश ने बताया कि यह पड़ोसियों की कारस्तानी है। इसी के साथ थाने में मोबाइल की गुमशुदगी दर्ज कराने की बात कहते हुए टाल दिया। गुलाब के अनुसार पड़ोसियों ने ही मोबाइल को चोरी किया है और फिर उसे फंसाने की नियत से फर्जी सूचना मुख्यमंत्री आवास को दी है। वहीं इस मामले में पुलिस आयुक्त ने बताया कि कॉल करने वाले की जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: National news: पीएफआई के निशाने पर थे 5 आरएसएस के नेता, केंद्र सरकार ने दी वाई कैटेगरी की सुरक्षा