विधानसभा में सावरकर की फोटो लगाए जाने पर आपत्ति,
कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया,
उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं,
(नेशनल डेस्क) कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में सावरकर की फोटो लगाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए हंगामा किया है। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने नेहरू और अन्य की फोटो हाथ में लेकर प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष विधानसभा की कार्यवाही बाधित करना चाहती है. इसलिए वे यह फोटो लेकर आए हैं, क्योंकि कांग्रेस उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मुद्दे उठाने जा रहे ही. उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है.
बीजेपी एमएलसी एन रविकुमार ने कांग्रेस के विरोध पर आपत्ति जताते हुए कहा, स्वतंत्रता संग्राम केवल कांग्रेस नेताओं और नेहरू ने ही नहीं चलाया था।
वीर सावरकर ने देश में क्रांतिकारियों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया। रविकुमार ने सवाल किया विधानसभा, संसद और सार्वजनिक स्थलों पर उनकी तस्वीर नहीं लगाई जाएगी तो कहां लगाएंगे?
इधर कांग्रेस ने धमकी दी कि अगर वीर सावरकर का चित्र लगाया जाता है, तो वे विधानसभा में मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की तस्वीर लगवाएंगे। रविकुमार ने कहा कि टीपू सुल्तान एक कट्टर, मंदिरों को नष्ट करने वाला था। उसने कन्नड़ को फारसी भाषा से बदलने का प्रयास किया। उसने बेंगलुरु के संस्थापक केम्पे गौड़ा और प्रसिद्ध साहित्यकार कुवेम्पु के सिद्धांतों के खिलाफ काम किया। उन्होंने कहा, विधान सौधा को छोड़ दें, हम टीपू की तस्वीर कहीं भी नहीं लगने देंगे।
कर्नाटक विधानसभा में सावरकर की तस्वीर लगाने पर विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “सावरकर की फोटो लगाने से आपको दुख हुआ. सिद्धारमैया को पूछिए दाऊद इब्राहिम का लगाना है क्या? उनकी समस्या तुष्टीकरण की राजनीति है जिसके कारण आज देश इस स्थिति में पहुंचा है.”