वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी हिंसा पर लगाम
सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी
नक्सलवाद प्रभावित इलाकों में शिक्षा का प्रसार
(नेशनल डेस्क) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार 7 फरवरी को गृह मंत्रालय के संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीके नेतृत्व में “आत्मनिर्भर नए भारत” में हिंसा और वामपंथी उग्रवाद के विचारों के लिए कोई जगह नहीं है।
मंगलवार को गृह मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए, उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से निपटने में मंत्रालय की नीति के तीन मुख्य स्तंभ हैं – एक सख्त दृष्टिकोण के साथ हिंसा को रोकने की रणनीति, केंद्र और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय, और विकास में सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से चरमपंथियों के समर्थन को समाप्त करना।शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद और हर तरह की हिंसा के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में “आत्मनिर्भर नए भारत” में हिंसा और वामपंथी उग्रवाद के विचारों के लिए कोई जगह नहीं है।
शाह ने कहा कि लगभग चार दशकों के बाद पहली बार 2022 में नागरिकों और सुरक्षा बलों की मौत की संख्या सौ से भी कम हो गयी है। वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हिंसक घटनाओं में 2010 की तुलना में 2022 में 76 प्रतिशत की कमी देखी गई। वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 90 से घटकर 45 हो गई है। सर्वाधिक वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों की संख्या अप्रैल 2018 में 35 से घटकर 30 और जुलाई 2021 में 25 हो गई। श्री शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय वामपंथी उग्रवाद के वित्तीय स्रोतों को खत्म करके इसे पूरी तरह नष्ट करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि अगस्त 2019 से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जनजातीय बहुल खण्डों में एकलव्य स्कूल खोलने को प्राथमिकता दी जा रही है।
कंसल्टेटिव कमिटी की बैठक में अमित शाह ने बताया कि गृह मंत्रालय वामपंथी उग्रवादियों की वित्तीय चोकिंग कर इनके इकोसिस्टम को पूरी तरह ध्वस्त करने का काम कर रहा है. गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नक्सलवाद पर नकेल कसने के साथ-साथ नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास पर भी केंद्र सरकार का जोर है. इस क्रम में सड़कों का जाल भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है नक्सलवाद प्रभावित इलाकों में करीब 17462 किलोमीटर सड़क बनाने की स्वीकृति दी गई. इसमें से 11811 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो चुका है.