- इन मंत्रों से करे गणपति जी की आराधना
- बल-बुद्धि में होगी वृद्धि
- विवाह में आ रही परेशानियां होंगी दूर
- नौकरी में मिलेगी तरक्की
धर्म डेस्क: धार्मिक शास्त्रों में प्रत्येक देवी-देवती से जुड़ी बीज मंत्र आदि दिए गए हैैं। आज अश्विनी मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन, विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी के उपलक्ष्य में हम आपको देवों के देव महादेव के पुत्र गणेश जी के कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका जप करने से विभिन्न प्रकार की इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इतना ही इसके जप से अर्थ, विद्या, बुद्धि, विवेक, यश, सिद्धि-प्रसिद्घि का प्राप्ति होती है तथा व्यक्ति की जीवन से समस्त प्रकार के विघ्न, आलस्य, रोग आदि का नाश हो जाता है।
तो आइए आपको बताते हैं श्री गणेश भगवान से जुड़े उन चमत्कारों के बारे में जिनका जप आप सबको इच्छाओं को पूरा कर सकता है-
तुरंत फल देने वाले 8 मंत्र :-
गणपतिजी का बीज मंत्र ‘गं’ है।
‘ॐ गं गणपतये नमः’
इस मंत्र से जातक की समस्त इच्छाएं पूर्म होती हैं।
ॐ वक्रतुंडाय हुम्
उपरोक्त मंत्र का उच्चारण करने से आर्थिक प्रगति व समृद्धि प्रदान होती है।
ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा
इस मंत्र के बारे में कहा जाता है कि अगर किसी के द्वारा नेष्ट के लिए की गई क्रिया को नष्ट करना हो तथा विविध कामनाओं की पूर्ति चाहते हो तो उच्छिष्ट गणपति की इस मंत्र से व्यक्ति की साधना करनी चाहिए।
गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:
जीवन से आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए विघ्नराज रूप की आराधना करनी चाहिए।
‘ॐ गं नमः’
धन व आत्मबल की प्राप्ति के लिए हेरम्ब गणपति मंत्र जप कर सकते हैं।
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
रोजगार की प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए लक्ष्मी विनायक मंत्र जपना लाभकारी माना जाता है।
ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा।
विवाह में आने वाले दोषों को दूर करने वालों को त्रैलोक्य मोहन गणेश मंत्र का जप करने से शीघ्र विवाह होता है व अनुकूल जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
बता दें इन मंत्रों के अलावा गणपति अथर्वशीर्ष, संकटनाशन गणेश स्तोत्र, गणेशकवच, संतान गणपति स्तोत्र, ऋणहर्ता गणपति स्तोत्र, मयूरेश स्तोत्र, गणेश चालीसा आदि का पाठ भी आज के दिन कई लाभ दिलवा सकता है।