बैटरी डिस्चार्ज होने का बड़ा कारण है स्क्रिन ब्राइटनेस का फुल रखना
स्क्रीन ऑन टाइम को कम करके भी बचा सकते हैं बैटरी बैकअप
वाइब्रेट मोड पर फोन से बैटरी बैकअप होता है प्रभावित
नेशनल डेस्क: कोरोना महामारी के दौर में स्मार्टफोन का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा है। ऐसे में बैटरी भी ज्यादा खर्च होती है। ऐसे में आप अपना फोन ज्यादा नहीं चला पाते। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बता रहे हैं जो आपके स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ को बढ़ा सकते है…
स्मार्टफोन में ख़राब बैटरी बैकअप का सबसे बड़ा कारण होता है कि लोग डिस्प्ले ब्राइटनेस को फुल रखते हैं। जिसकी वजह से ज्यादा बैटरी की खपत होने लगती है। इसलिए ब्राइटनेस को अपनी जरूरत के हिसाब से सेट करें, या फिर आप ऑटो ब्राइटनेस मोड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जोकि रोशनी के हिसाब से ब्राइटनेस तय करता है, ऐसे में बैटरी की खपत कम होगी और आपका फोन काफी देर बिना चार्ज चलेगा।
आप अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन ऑन टाइम को कम करके भी बैटरी बैकअप को बेहतर बना सकते हैं। इसके लिए आप 15 सेकंड का स्क्रीन टाइमआउट लगा सकते हैं। टेक एक्सपर्ट भी मानते हैं कि 15 सेकंड का स्क्रीन टाइमआउट सबसे सही होता है।
अपने मोबाइल फोन को बार-बार चार्ज करने से बचें
अक्सर लोग 40-50 फीसदी बैटरी होने पर भी फोन को चार्ज करने लगते हैं जोकि बिलकुल सही नहीं है। जब बैटरी 20 फीसदी तक हो तभी फोन को चार्ज करें और यह भी ध्यान रखें कि फोन को कभी भी 100 फीसदी तक चार्ज न करें। सिर्फ 90 फीसदी तक ही चार्ज करें। ऐसा करने से बैटरी की लाइफ बढ़ती है। अपने फोन में हम ब्लूटूथ, Wifi और GPS का इस्तेमाल रोजाना करते हैं। लेकिन अक्सर इस्तेमाल होने के बाद इनको बंद करना भूल जाते हैं। जिसकी वजह से ये बैटरी की खपत होती है।
जो लोग अपने मोबाइल फोन को हमेशा वाइब्रेट मोड पर रखते हैं उनके फोन की बैटरी जल्दी खत्म होती है। इतना ही नहीं यह बैटरी के साथ साथ सेहत के लिए भी खतरनाक है। अगर फोन को टच करते समय या किसी बटन को दबाते समय जो वाइब्रेशन होता है। उसे भी बंद कर देना चाहिए क्योंकि उससे भी बैटरी की सेहत खराब होती है। हमेशा फोन को उसी के चार्जर से चार्ज करें। किसी दूसरे फोन का चार्जर आपके फोन और बैटरी दोनों खराब हो सकते हैं। इतना ही नहीं नकली चार्जर का इस्तेमाल भी खतरनाक साबित हो सकता है।