30 साल से इस सीट पर हार रही है कांग्रेस
भाजपा कर रही हैट्रिक लगाने की तैयारी
60 के दशक से अप्रत्याशी रहे यहां के परिणाम
बिहार डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए शंखनाद बज चुका है। संपूर्ण राज्य पर चुनावी रंग चढ़ा है। हालांकि अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है, लेकिन सियासी बिगुल बज चुका है। बिहार में मुजफ्फर नगर में चुनावी परिणाम बड़े रोचक होते हैं। इस सीट पर भाजपा, कांग्रेस सहित निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं लेकिन बीते 30 साल कांग्रेस को यहां पर हार ही मिल रही है वहीं भाजपा इस सीट पर 10 साल से जीत का परचम लहरा रही है।
10 साल से भाजपा के हाथ में कमान
मंत्री सुरेश कुमार शर्मा यहां से विधायक हैं। वह पिछले 20 साल से मुजफ्फर विस के चुनावी अखाड़े जीते हैं। वर्ष 2000 और 2005 के चुनाव में उन्हें विजेंद्र चैधरी ने पराजित किया था। लेकिन इसके बाद से ही यह सीट भाजपा के पास है और वह यहां से 2005 से यह सीट अभी तक दो बार जीत चुके हैं।
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हैरान करने वाले नतीजे
मुजफ्फरपुर विधानसभा सीट विस चुनाव में चर्चा मंे रहती है। इस क्षेत्र के साठ के दशक से ही अप्रत्याशित परिणाम के लिए जाना जा रहा है। 1957 में हुए विस चुनाव में महामाया प्रसाद ने कांग्रेस के महेश बाबू को पराजित कर जीत दर्ज की थी। कमान संभालने के बाद वह सीएम बन गए। इस बार फिर चुनाव बिल्कुल अप्रत्याशित है। ऐसा इसलिए जहां पार्टी हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रही है वही दूसरी पार्टियां भी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। इसमें कांग्रेस, राजद, प्रमुख रूप से हैं।